नहीं मिलता सबकुछ यहां वहां में
ढूंढते फिरो फिर उसे जहां में
होता अगर मेंरा तो यहीं रहता
अब कहां वो कहां मैं जहां में
और, है भी कहां दूर कि खोजें
देखा भीतर कि मिला जहां में
हाथ पकड़ लो, ये क्या बात हुई
मिला दिलसे दिल यूं जहां में
होता नाम, तो कुछ भी रख लेता
है अहसास, सनम , जहां में
कुछ लिखने से बयां नहीं होता
है वो रूह-ए-रोशन जहां में
- उदयन
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